अष्टसिध्धि का मतलब (हनुमानजी और गणेशजी की )
" अष्टसिध्धि नौ निधि के दाता "
अष्टसिध्धि (आठ सिध्धि) :-
हमारे पुराणो में ऋषि - मुनिओ द्वारा कहा गया हे की ये आठ सिद्धिया सिर्फ महाबली श्री हनुमानजी और श्री गणेशजी के पास ही हे और भविष्यमे जो विष्णु भगवान का " कलकी अवतार " होगा उसके पास भी होगी।
यह इस आठ महा सिद्धि का संस्कृत श्लोक है।
अणिमा महिमा चैव, लघिमा गरिमा तथा।
प्राप्ति: प्राकाम्यमीशित्वं वशित्वं चाष्ट सिद्धिः।।
अब हम ये आठो सिद्धिओ का बारी बारी से अनुकरण एक उदाहरण के साथ करते हे।
1 ) अणिमा - दुनिया में सबसे छोटे से छोटे अणु से भी छोटा हो जाना।
( जब हनुमानजी सीता माता से मिलने लंका गए थे तब वे बहोत छोटे से हो गए थे। )
2 ) महिमा - दुनिया में सबसे बड़े से बड़े वस्तू से भी बड़ा हो जाना।
( जब हनुमानजी लक्ष्मणजी के लिए हिमालय गए थे जड़ी बुट्टी लाने के लिए तब वे पर्वत उठाने के लिए बहोत बड़े हो गए थे। )
3 ) लघिमा - पवन ( वायु ) से भी हल्का हो जाना।
( जब भी गणेशजी अपने वाहन मूषक राज पर बेठते हे तब वे अपनी मरजी से हलके हो जाते हे। )
4 ) गरिमा - बहोत ही भारी भरखम वजन हो जाना।
( गणेशजी ने एक बार अपने मूषक राज वाहन को अपने अभिमान का सबक शिखाया था तब वो बहोत ही भारी वजन से उसके ऊपर बेठ गए थे। )
5 ) प्राप्ति - अपनी इच्छा के अनुसार किसीको दिखे बिना कही पर भी पहोच जाना।
( जब भी हनुमानजी और गणेशजी को कही पर भी जाने के लिए बहोत बहोत आवश्यकता होती थी तब वे ये शक्ति का इश्तेमाल करते थे। )
6 ) प्राकाम्य - किसी भी जिव के मन की बात जान लेना।
( शिवजी जब भी गणेशजी को बुलाते थे तब वो अपने पिता की मन की बात जान लेते थे। )
7 ) इशित्व - किसी भी प्राणी को अपने वश में कर लेना।
( जब भी हनुमानजी और गणेशजी को जरुरत पड़ती थी तब वे ये शक्ति का इश्तेमाल करके कोई भी प्राणी को अपने वश में कर लेते थे। )
8 ) वशित्व - अपनी इच्छा के अनुशार किसीको भी अपने वश में कर लेना।
( ये शक्ति ज्यादातर अशुरों के पास होती हे जिससे वो किसीको भी अपने वश में कर लेते हे। )
ये आठो सिद्धिया किसीके पास नहीं होती कइयों के पास एक या दो या तीन ही होती हे पर ये पूरी आठ सिद्धि सिर्फ भगवान हनुमानजी और गणेशजी के पास ही हे और भविष्य में कल्कि अवतार के पास भी होगी।
मिलते हे हमारे अगले ब्लॉग में तब तक के लिए अपना और अपने परिवार का बहोत बहोत अच्छी तरह से ध्यान रखे।
Thankyou so much,
Very nice
जवाब देंहटाएंNice
जवाब देंहटाएंexcellent
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जवाब देंहटाएंJay hanuman
जवाब देंहटाएंJay ganesh